गंगा नदी के उत्तर एवं बागमती नदी के दक्षिण, बूढी गंडक के दक्षिण तट पर समस्तीपुर जिला के बीचोबीच स्थित समस्तीपुर जिला वकील संघ अपनी १५० वर्षो से अधिक समय की गाथा कह रही है।
         वर्ष १९७८ ईस्वीं से जिला वकील संघ समस्तीपुर ने काम करना प्रारंभ किया, जब वर्ष १९७७ के अक्टूबर माह में माननीय न्यायमूर्ति पटना उच्च न्यायालय श्री शम्भू प्रसाद सिंह के द्वारा जिला जजशिप का उद्घाटन समस्तीपुर जिला व्यवहार न्यायालय के रूप में किया गया।
         इससे पूर्व सन १८६७ ईस्वीं में भारत के तत्कालीन गवर्नर जेनेरल लार्ड लारेन्स ने विधि सुधार का कार्यों को करते हुए तिरहुत ( मुजफ्फरपुर ) जिला न्यायालय के अंतर्गत समस्तीपुर में अनुमंडलीय न्यायालय की स्थापना कराई , जिसमें मुंसिफ सिविल मामले एवं मजिस्ट्रेट छोटे - छोटे आपराधिक मामलों को देखने के लिए और न्यायार्थियों की सेवा के लिए मोख्तार एवं अटर्नी वकील काम करने लगें , जिसके लिए अनुमंडलीय मोख्तारखाना व वकालतखाना स्थापित हुआ।
         सन १८७५ ई० में जिला न्यायालय दरभंगा की स्थापना के बाद भी समस्तीपुर अनुमंडलीय मोख्तारखाना ही काम करता रहा, मगर यहाँ सिविल जज वरीय कोटि कोर्ट की स्थापना हुई और लम्बे समय तक यह कोर्ट चलता रहा। आजादी के बाद सन १९६२ ई० में भारतीय अधिवक्ता अधिनियम भारत की संसद द्वारा पास किया गया, जिसके बाद पुरे भारत में मुख्तार, अटर्नी एवं बैरिस्टर की संज्ञा को समाप्त कर समेकित रूप से अधिवक्ता या वकील या एडवोकेट न्याय दिलाने वाले विद्वान को कहा जाने लगा।
         सन १९७८ ई० से वकील संघ बिहार राज्य बार काउंसिल पटना की एक पंजीकृत इकाई है जो पूर्णतः शालीनता एवं लोकतंत्रात्मक तरिके से यूनिफॉर्म मॉडल रूल्स बिहार राज्य बार काउंसिल एवं बार काउंसिल ऑफ़ इंडिया ( भारतीय विधिज्ञ परिषद नई दिल्ली ) के निर्देशों का पालन करते हुए दो वार्षिक चुनाव प्रणाली द्वारा संचालित होती है। जिसमें कुल २० सदस्य निर्वाचित एवं ५ सदस्य मनोनीत होते है। जिसके अध्यक्ष सभापति की तरह संवैधानिक प्रधान एवं महासचिव के हाथों में कार्यपालक शक्ति होती है , जिसके संचालन महासचिव अपने सदस्यों के सहयोग एवं समितियों द्वारा करतें हैं।
         जिला वकील संघ अपने वरिष्ठ अधिवक्ताओं के माध्यम से जूनियर अधिवक्ताओं को प्रशिक्षित करती है, अधिवक्ताओं को विनियमित, अनुशासित रखकर पूर्ण निष्ठाचार एवं वैधानिक ढंग का बैंच ( जजशिप ) के कार्यों का सुगमतापूर्वक संचालन करवाती है एवं न्यायार्थियों की सेवा में तत्पर है।
         श्री राम चरित्र सिंह, समस्तीपुर वकील संघ के अध्यक्ष थें , जो समस्तीपुर कॉलेज के० ई० एच० ई० स्कूल व पूसा उच्च विद्यालय के सचिव रहें। लाला मांगनी राम व सिया शरण प्रसाद , शिव शरण सिंह समस्तीपुर वकील संघ के नामी वकील रह चुकें हैं ने सुयोजित कर जिला वकील संघ को गौरवान्वित किया है। वरिष्ठ सदस्य बाबू सूरज नारायण सिन्हा ऑल इंडिया बार काउन्सिल नई दिल्ली के चेयरमैन रहें हैं और श्री युगल किशोर प्रसाद सिन्हा एवं राम अधिकारी शर्मा स्वतंत्रता सेनानी थे और भी कई विभूति देश स्तर पर जिला वकील संघ समस्तीपुर के गौरव को बढ़ाये है।
         समस्तीपुर व्यवहार न्यायालय पर न्यायिक कार्य के बढ़ते भार को देखते हुए रोसड़ा , दलसिंहसराय एवं पटोरी अनुमंडलीय न्यायालय की स्थापना होने पर जिला वकील संघ समस्तीपुर के भी अनुमण्डलीय वकील संघ दिनांक : २०-०८-१९८८ से रोसड़ा, दिनांक : २३-११-२००२ से दलसिंहसराय एवं दिनांक : जून २०१५ से पटोरी में सुगमतापूर्वक कार्य कर रहें हैं।
         आशा है जिला वकील संघ लगातार अपने विकास की ओर अग्रसर होता रहेगा।
स्त्रोत आभार
१. जिला न्यायालय मुजफ्फरपुर
२. जिला न्यायालय दरभंगा
३. जिला न्यायालय समस्तीपुर
४. भारतीय इतिहास ( न्याय विभाग )
५. लोक कथन
वर्तमान एड हॉक अध्यक्ष
- श्री विश्वनाथ राय
वर्तमान एड हॉक महासचिव
- श्री अरुण कुमार सिन्हा उर्फ़ पप्पू बाबू